भोपाल। क्या हरियाणा में भाजपा हालत बेहद खराब है ? क्या बीजेपी इसीलिए छुट्टी बहाना बनाकर चुनाव की तारीख आगे बढ़ाने की कयायद कर रही है ? क्या भाजपा को यह भी डर है कि अगर रेसलर विनेश फोगाट कांग्रेस से चुनाव लड़ी तो नाव मझधार में फंस जाएगी ? भाजपा को तमाम सियासी सवाल दहशत के साये में चुनाव लड़ने पर मजबूर कर रहे हैं। इसका एक ताजा उदाहरण सामने आया है। सिरसा से भाजपा विधायक गोपाल कांडा के भाई गोविंद कांडा भाई का प्रचार करने नारायणपुर खेड़ा पहुंचे लेकिन वहां जो हुआ उन्होंने सोचा भी नहीं था। गोविंद कांडा भी हरियाणा लोकहित पार्टी से 2014 और 2019 में चुनाव लड़ चुके लेकिन हार सामना करना पड़ा। 2021 में वे भाजपा में शामिल हो गए और भाजपा ने ऐलनाबाद के उप चुनाव में उन्हें टिकट भी दिया लेकिन इस बार भी किस्मत दगा दे गई और हार गए। अब भाई को जिताने उनके क्षेत्र में पहुंचे तो जनता ने भगा दिया। गांव वालों ने सवाल किया पांच साल कहां थे ? यहां उनके पहुंचने पर गाँव के लोगों ने घेर लिया और सवालों की झड़ी लगा दी। नशे से हो रही मौत ,पानी की समस्या ,फसलों की तबाही जैसे मद्दे हावी हैं बावजूद इसके कोई देखने या सुनने वाला नहीं है। गांव वालों के सवालों का गोविंद कांडा के पास कोई जवाब नहीं था लिहाजा वो बैरंग लौट गए।
