भोपाल। एमपी की मऊगंज जिले की पुलिस अपनी साख गवां चुकी है फरियादी भी उस पर यकीन करना बंद कर दिए हैं। एक बाइक चोरी के मामले में फरियादी की मानें तो उसे पुलिस की बातों पर भरोसा नहीं हो रहा और पुलिस भी उसे संतुष्ट करने में नाकाम साबित हो रही। इस संबंध में हासिल जानकारी के मुताबिक पाडर निवासी पुष्पराज विश्वकर्मा तनय चंद्रमणि विश्वकर्मा 26 अक्टूबर की शाम 6 बजे अपनी बाइक से मऊगंज सिविल अस्पताल विभागीय कार्य से आया था। एक घंटे बाद जब वह बाहर आया तो बाइक नदारद थी, पुष्पराज ने थाने में 27 अक्टूबर को चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुष्पराज ने बताया कि 30 अक्टूबर को मऊगंज पुलिस ने बताया बाइक बरामद हो गई है और हनुमना थाने में है। सूचना मिलने पर पुष्पराज दोपहर 12 बजे हनुमना थाने पहुंचा लेकिन जब बाइक देखा तो उसकी होश फाख्ता हो गए। बाइक के आगे और पीछे के टायर निकल हुए थे, सीट कवर और हेड लाइट भी गायब थी। पुष्पराज से पुलिस ने बताया कि नाइट गश्त के दौरान टी आई को एकांत में इसी हालात में बाइक मिली। पुष्पराज ने सवाल उठाए कि थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे में उसे यह नहीं दिखाया गया कि बाइक किस कंडीशन में थाने लाई गई। इसके अलावा पुलिस ने बायपास टोल प्लाजा समेत कई जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं किसी कैमरे को चेक नहीं किया और यह कहकर वाहवाही लूटी कि बहुत भाग्यशाली हो बाइक मिल गई अब जो भी दस,15 हजार लगे इसे बनवा लो। पुलिस नहीं कहेगी तो भी वो तो बनवाएगा ही लेकिन पुलिस को उसके सवालों का जवाब देकर संतुष्ट भी करना होगा । क्योंकि सवाल यह भी है क्या पुलिस ने ही टायर और ट्यूब निकाल लिए? पुष्पराज ने इस मामले की शिकायत विधायक प्रदीप पटेल से भी की है।
