
भोपाल। बीजेपी से कांग्रेस में आए रामनिवास रावत भले ही मंत्री बन गए लेकिन उनकी मुसीबतें बढ़ती ही जा रही हैं। वन पर्यावरण विभाग मिला तो नागर सिंह चौहान नाराज हो गए उससे निजात मिली तो भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री के पीएस के नाम से फोन आ गया और पांच लाख की मांग की गई। बता दें कि 8 जुलाई को राममनिवास रावत ने मंत्री पद की शपथ ली और विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दिया यानी उनकी विधानसभा सीट विजयपुर में उप चुनाव होगा। शपथ लेने के बाद एक व्यक्ति मोबाइल नंबर 9285127561 से उन्हें फोन कर खुद को राष्ट्रीय संगठन महामंत्री डी संतोष का पीएस बताया और बोला कि उपचुनाव में आपके लिए काम करने वाले कुछ लोगों का इंतजाम करा देगा इसके एवज में प्रति व्यक्ति पांच लाख देने होंगे। उसने कई बार रावत को फोन किया। दरअसल ,फोनकर्ता ने संगठन मंत्री का नाम गलत बताया ,उनका नाम बीएल संतोष है लिहाजा रावत को शंका हुई। उन्होंने अपने स्तर पर भी पता किया जिसमें फ्रॉड समझ आया। 19 जुलाई को रावत ने भोपाल के पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्रा से शिकायत की। क्राइम ब्रांच ने प्रकरण कायम कर जांच शुरु की और यूपी के जालौन से आरोपी 60 वर्षीय राजेंद्र वर्मा तनय श्यामलाल वर्मा को गिरफ्तार किया।