भोपाल। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने पुराने ढर्रे पर चलते हुए सही लाइन -लेंथ पर दौड़ने लगे हैं। 6 माह पहले तक हाथ जोड़े शिवराज की तरफ मोदी देखते तक नहीं थे वही मोदी अब शिवराज की तारीफ के पुल बांध रहे हैं। एमपी में चौहान ने अपने बूते भाजपा की प्रचंड बहुमत से सरकार बनवाई लेकिन उन्हें सीएम नहीं बनाया गया। दिसंबर से लेकर मई तक शिवराज कभी दक्षिण भारत के राज्य तो कभी महाराष्ट्र या फिर किसी अन्य राज्य में भटकते रहे उन्हें खुद नहीं पता था कि आखिर उनका सियासी भविष्य क्या होगा। हर दिन उन्होंने अपमान के घूंट पिए लेकिन मोदी और पार्टी के गुणगान में पीछे नहीं रहे। पीएम मोदी अपने एक दशक के कार्यकाल में कभी किसी खेत नहीं गए लेकिन कृषि मंत्री चौहान ने रविवार को पीएम को खेत पर खड़ा कर दिया।मोदी छाता के नीचे थे और शिवराज आम आदमी की तरह खड़े थे। बता दें कि शिवराज सिंह ऐसे मुख्यमंत्री थे जब भी प्रदेश में कोई प्राकृतिक आपदा आती थी चाहे वह बाढ़ हो ,ओला पड़ा हो या फसलों को पाला लग गया हो वो उस खेत तक जरुर पहुंचते थे चाहे वह खेत सूबे के किसी भी क्षेत्र में हो। अब वे मोदी को भी यही तालीम दे रहे हैं। सोमवार को शिवराज का लेख छपा जिसका शीर्षक भारतीय कृषि का अमृत काल है। पीएम मोदी ने इस लेख के साथ ट्वीट किया और लिखा -देश भर के किसान भाई -बहनों के जीवन में खुशहाली लाने हमारी सरकार संकल्पबद्ध है। कृषि मंत्री का आलेख बताता है कि हम किस प्रकार बीज से बाजार तक हर संभव प्रयास में जुटे हुए हैं। अब मोदी शिवराज की तारीफ के कसीदे पढ़ रहे हैं ,उनकी आखों के तारे हो गए। शिवराज ने भी ट्वीट कर पीएम की प्रशंसा की। मोदी अपना पिछला कार्यकाल भूल गए जब किसानों को दिल्ली आने से रोका गया उन पर लाठियां बरसाई गईं। शंभू बॉर्डर लॉक कर दिया गया। सड़कों पर कीलें ठोकवा दी गईं कई किसान शहीद हो गए। इसका असर लोकसभा चुनाव में हुआ और बीजेपी बहुमत से पीछे रह गई। उधर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी लोकसभा में किसानों से मिल रहे। भाजपा में शिवराज ही ऐसे नेता हैं जो किसानों का भला कर सकते हैं। अमित शाह को संघ जिस तरह से किनारे कर रहा, ऐसे में मोदी का शिवराज की तरफ झुकना अब मजबूरी भी है।
