भोपाल। सुप्रीम कोर्ट ने जम्मू -कश्मीर में 30 सितंबर तक चुनाव कराने का आदेश दिया था। चुनाव आयोग ने तीन फेज चुनाव कराने की घोषणा कर दी इसी साथ सभी सियासी दल भी हरकत में आ गए आ गए। कांग्रेस यहां बीजेपी को रोकने हरसंभव कोशिश करेगी। खबर है कि वह गुलाम नबी आजाद को अपने खेमे में शामिल करने सीनियर नेताओं को जिम्मा भी सौंप चुकी है। आजाद इंदिरा गांधी ,नरसिम्हाराव और मनमोहन सरकार में मंत्री रह चुके हैं। 37 साल तक वो कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रहे ,7 साल राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे ,तीन साल तक जम्मू -कश्मीर के सीएम रहे। उनकी वापसी से कांग्रेस को ताकत मिलेगी। माना जा रहा है कि पूर्व वित्त मंत्री ताज मोहिउद्दीन ,पूर्व विधायक मोहम्मद अमीन ,पूर्व विधायक पीर मंसूर ,पूर्व विधायक गुलजार अहमद वानी भी कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। उधर -नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी भी गठबंधन के फ़िराक में हैं। आज ही डॉक्टर फारुख अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला की मौजूदगी में पीडीपी के पूर्व एमएलसी जावेद मिरचल एनसी में शामिल हो गए। लोकसभा में अलग -अलग चुनाव लड़ने से नुकसान हुआ जिसे अब ये नेता दोहराना नहीं चाहते लिहाजा जम्मू -कश्मीर में नया गठबंधन सरकार बनाने की तैयारी में जुट गया है।
